Monday, June 27, 2011

फिर एक कोशिश

फिर से जीने की कोशिश में बिखरता जा रहा हु मैं,
कुछ खुद को समेटता पीछे देखता चला जा रहा हु मैं
इस आस में की तू एक बार पुकार ले और फिर घर लौट आऊ मैं
तेरे शानो पर सर रख कर ज़िन्दगी को भुला चूका था मैं
सोचा तू है बस तू ही तो है जिसके लिए जी रहा हु मैं
अब तो ज़िन्दगी के मायने ही बदल गए है
अब बस अपने पैरों से धुल उड़ा रहा हु मैं
फिर जीने की एक कोशिश में अपने को भूलने की कोशिश कर रहा हु मैं
अगर हो सके तो फिर मेरा हाथ थाम लेना
कही सच में न बिखर जाऊ मैं

नए जख्म

बिचड़ा तो मुझसे वो पहेले भी था
पर इस बार घाव नया सा है.
सुकून-इ-दिल के लिए मैं कहा कहा गया
पर ये दिल के सदा तेरी अंजुमन में रहा .

Tuesday, June 21, 2011

हो सके तो लौट आना ऐ मेरी ज़िन्दगी

हो सके तो लौट आना मेरी ज़िन्दगी
तुझसे बे-इन्तहा प्यार है ऐ मेरी ज़िन्दगी
हर कतरे, हर सांस में सिर्फ तू ही है ऐ ज़िन्दगी
तेरी हसी, तेरे नखरे सब सर आँखों पर ऐ प्यारी ज़िन्दगी
अगर मैं गलत हु तो अपना समझ कर माफ़ कर देना ऐ जाना ज़िन्दगी
हो सके तो फिर लौट आना ऐ प्यारी ज़िन्दगी
राहों में आँखें बिछाये तेरा ही इंतज़ार कर रहा हु ऐ जान से प्यारी ज़िन्दगी
हो सके तो लौट आना ऐ प्यारी ज़िन्दगी
ढल रहा है ज़िन्दगी का सूरज ऐ मेरी ज़िन्दगी
तू आकर ज़िन्दगी की शाम को रंगीन बना जा ऐ मेरी ज़िन्दगी
हो सके तो लौट आना ऐ मेरी ज़िन्दगी
सब मुसाफिर है ये मैं जानता हु ऐ मेरी ज़िन्दगी
अब ये सफ़र तेरे साथ काटना चाहता हु ऐ मेरी ज़िन्दगी
हो सके तो लौट आना ऐ मेरी ज़िन्दगी
तेरे ही सपने आते है हर सू, शाम-ओ-सहर
लगता है तू कही पास ही है ऐ मेरी ज़िन्दगी
तेरा गुनेहगार तुझसे माफ़ी मांगता है ऐ मेरी छोटी सी ज़िन्दगी
हो सके तो लौट आना ऐ प्यारी ज़िन्दगी.