Monday, April 30, 2012

भूल जा

जो हुआ उसे भूल जा, एक नयी शुरुवात कर 
ज़िन्दगी अकेले तो कटेगी नहीं, एक और नयी बात कर
जो हुआ वो वक़्त का तकाज़ा था, कुछ हालातों की परेशानीया  थी
प्यार करता हु तुझे टूट कर, गर बिखर भी गया तो ग़म नही  
बस चाहता हु तुझे खुश देखना, बाकि ज़िन्दगी तो कट ही जाएगी.

Thursday, April 5, 2012

सफ़र

कुछ क़र्ज़ है, कुछ आदतें है, थोड़ी ज़िन्दगी है 
बहुत फासले है, मेरे और मंजिलों के बीच 
चला मैं भी था तेरे साथ मगर, दोनों तनहा ही थे
तू अपने रास्ते मैं अपने रास्ते, दुनिया छोटी है मगर 
मिलेंगे दुबारा तो ज़रूर क्युकी , 
कुछ क़र्ज़ है, कुछ आदतें है, और थोड़ी ज़िन्दगी है