Wednesday, August 15, 2012

ख्वाइश

तू खुद से भाग रही है, या कुछ और इरादा है
जब भी तुझे छूना चाह एक कदम आगे ही पाया है
अब तक मैं फासले ही तय कर रहा हू,
जब भी सोचा अब  मकाम आया है,
तू हमेशा आगे निकल रही है, या तू खुद से भाग रही है 
कही तो रुकेंगे, सफ़र भी ख़त्म होगा,
तब शायद मैं आगे निकल चूका होंगा,
पीछे रह जाएँगी मेरी यादें, तेरा भी मेरे बाद वजूद ना होगा,
अब तो गले लगा ले ऐ ज़िन्दगी, मैं सोचता हूँ अब तेरे साथ ही रहूँगा,
हर पल तुझे ढूँढने की चाह में अगले पल का सौदा कब तक करूंगा, 
अभी कामयाबी नहीं मिली मुझे मगर ऐसे हमेशा नहीं रहूँगा,
मेरी तमन्नाओ ने मुझे जीना सिखाया है, पर शायद अभी सही वख्त नहीं आया है,
निकलेगा मेरा भी आफताब तेरे फलक पे, चमकेंगे मेरे सितारे गर्दिश के,
पहेले भी तू ही थी जिसने रास्ता दिखाया है, अब भी यही ख्वाइश है,
तू ये बता तू खुद से भाग रही है, या कुछ और इरादा है.

Tuesday, May 1, 2012

ज़िन्दगी तू मुझे ज़रूर याद रखना

चार ताले, कुछ  कुण्डियाँ, और दरवाज़े, 
दस्तक तेरे आँगन पे ठण्ड की रातों में,
नींद तो तुझे भी नहीं आती,
करवटें बदल रही ज़िन्दगी भी मेरी,
रात के सन्नाटे में मुझे पता है वो चार पाई की आवाज़ है,
लालटेन की मद्धम लौ, शीशे पे जमी कोहरे की चादरें,
कुछ याद भी नहीं; कुछ भूला भी नहीं, ठण्ड से ठिठुरती मेरी साँसे,
नीले पड़ते नाखूनों की आह भी मैं सुन सकता  हूँ, 
और उखड्ती हुई चंद साँसे,
शायद अब आगे का सफ़र तय करना है, ज़िन्दगी तू खुश रहना
फिर मिलेगी तो जियेंगे बहूत, ज़िन्दगी तू मुझे ज़रूर याद रखना.....

Monday, April 30, 2012

भूल जा

जो हुआ उसे भूल जा, एक नयी शुरुवात कर 
ज़िन्दगी अकेले तो कटेगी नहीं, एक और नयी बात कर
जो हुआ वो वक़्त का तकाज़ा था, कुछ हालातों की परेशानीया  थी
प्यार करता हु तुझे टूट कर, गर बिखर भी गया तो ग़म नही  
बस चाहता हु तुझे खुश देखना, बाकि ज़िन्दगी तो कट ही जाएगी.

Thursday, April 5, 2012

सफ़र

कुछ क़र्ज़ है, कुछ आदतें है, थोड़ी ज़िन्दगी है 
बहुत फासले है, मेरे और मंजिलों के बीच 
चला मैं भी था तेरे साथ मगर, दोनों तनहा ही थे
तू अपने रास्ते मैं अपने रास्ते, दुनिया छोटी है मगर 
मिलेंगे दुबारा तो ज़रूर क्युकी , 
कुछ क़र्ज़ है, कुछ आदतें है, और थोड़ी ज़िन्दगी है

Thursday, March 22, 2012

तेरे लिए

ये मौजज़ा भी मोहब्बत कभी दिखाए मुझे 
के संग तुझ पे गिरे और ज़ख्म आये मुझे

Monday, January 16, 2012

मेरी ज़िन्दग तेरा प्यार

मेरी ज़िन्दग तेरा प्यार
की मिसाल तेरी होनी
तू ख्याल तो वी सोनी
सोनिये तेरा प्यार
मेरी ज़िन्दग तेरा प्यार.....

सपने अधूरे रहेंदे दिल दे
दुनियाच आँखा जे न मिलदे
दिल चैन किथे न आवे
दुनिया दीवानी केंदी मेनू
सुनले अरज मेरी रवांगा हमेशा तेरा
अखियाँ जो ले होके वेखना
मेरी ज़िन्दग तेरा प्यार.....



खलिश

खलिश हवा में ही नहीं हर सू है
जाने ये ज़िन्दगी इस तरह क्यों है
सोचा नहीं था ऐसा होगा
पर आज भी तेरे लिए ही आँखें तरसती है
खलिश ही खलिश है और कुछ नहीं
के ज़िन्दगी भी एक खलिश सी ही है
जाने ज़िन्दगी इस तरह क्यों है